नीबू शरीर के अंदर फैले विष को नष्ट करता है। इसमें विटामिन सी का भंडार होता है। यह रक्त को शुद्धकरता है तथा त्वचा को स्वस्थ व कांतिमय बनाता है।
नीबू का रस खट्टा, वातनाशक, पाचक और उदर विनाशक होता है। नहाने के पानी में 2-3 नीबू का रस निचोड़कर थोड़ा नमक मिलाकर नहाने से त्वचा में कांति आती है।
नीबू
के छिलकों को पीसकर उसमें तोड़ा मक्खन मिलाकर चेहरे पर लगाने से मुंह के दाग ठीक हो
जाते हैं। नीबू के पत्ते पीसकर खाज व चर्म रोग पर लगाने से लाभ होता है। सूखे हुए
नीबू को भूनकर शहद के साथ चाटने से हैजे के कारण हो रही उल्टियां बंद हो जाती हैं।
नीबू
के रस को थोड़ा गर्मकरके उसमें शहद मिलाकर दिन में 2-3 बार चाटने से गले का दर्द व गले की दूसरी तकलीफें दूर होती हैं। एक
भाग नीबू का रस व चार भाग पानी के गरारेकरने से भी गले के रोग ठीक होते हैं। नीबू
के बीजों का चूर्ण गर्म पानी के साथ खाने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। भोजन से
लगभग आधा घंटा पहले एक गिलास पानी में एक नीबू का रस निचोड़कर पीने से भूख अच्छी
लगती है।
सुबह
एक गिलास पानी में नीबू का रस और दो चम्मच शहद मिलाकर पीने से मोटापा दूर होता है।
मीठे सोडे में नीबू का रस मिलाकर दांतों पर मंजनकरने से दांत मोतियों की तरह निखर
जाते हैं।
दो
चम्मच नारियल के तेल में एक टिकिया कपूर व एक नीबू का रस डालकर सिर की मालिशकरने
से बालों का झड़ना रुक जाता है। गले की खराश और टॉन्सिल्स में गुनगुने पानी में एक
चम्मच कागजी नीबू डालें और गरारेकरें। सर्दी एवं जुकाम की स्थिति में गुनगुने पानी
में एक चम्मच कागजी नीबू और एक चम्मच शहद डालकर पिएं। अस्थमा रोगी को गुनगुने पानी
में आधा चम्मच कागजी नीबू का रस मिलाकर पीने से आराम मिलता है।
नीबू
के रस में थोड़ा ग्लिसरीन मिलाकर चेहरे पर लगाएं। यह चेहरे के दाग धब्बों को भी
दूरकर सकता है। नीबू में अनेक कैंसररोधी तत्त्व पाए जाते हैं, इनमें पाया जानेवाला लाइमोनीन ट्यूमर्स
के बढ़ने को रोकता है। कैंसर के रोगियों में रेडिएशन और कीमोथेरेपी के दुष्प्रभाव
और तनाव को भी कम करने में यह मददगार होता है। नीबू रोग प्रतिरोधक क्षमता को
बढ़ानेवाले और एंटी-डीप्रेसेंट के रूप में कामकरता है।
नीबू
के रस से मसूड़ों पर हल्के से मालिश की जाए तो यह खून के स्राव को कमकर देता है।
साथ ही, मसूड़ों की दुर्गंध को भी कमकरता है। एक
कप पानी में एक नीबू निचोड़कर फलों और सब्जियों को साफकरें तो यह इनमें उपस्थित
पेस्टीसाइड के अवशेषों को हटा देता है। नीबू विटामिन सी से भरपूर होता है। यह शरीर
का मैटाबॉलिज्म बढ़ाता है और वजन कमकरता है।
नीबू व शहद पानी में नियमित रूप से लेने पर महीने भर में ही मोटापा काफी कम हो जाता है। नीबू-पानी पाचन क्रिया को सही रखता है। यदि एसिडिटी या गेस्ट्रिक समस्या है तो नीबू पानी में शहद डालकर पिएं। नीबू और पानी दोनों के मिश्रण से शरीर के अंदर की गंदगी और जहरीले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।
कब्ज
में गर्म पानी में नीबू और शहद मिलाकर पिएं। पथरी से बचने के लिए रोजाना नीबू पानी
पीना चाहिए। नीबू में विटामिन सी, मिनरल, कैल्शियम और फॉस्फोरस आदि भरपूर मात्रा
में पाए जाते हैं। मितली,
सीने में जलन और कब्ज जैसी समस्या हो
तो एक गिलास गुनगुना नीबू पानी राहत दे सकता है।
गर्मियों
में रोजाना एक गिलास पानी में एक नीबू निचोड़कर पीने से चेहरा चमकने लगता है और
शरीर दिन भर ऊर्जावान बना रहता है। नीबू टॉनिक का कामकरता है।
यह
खून साफकरने का भी कामकरता है। नीबू के सेवन से कब्ज दूर हो जाती है। बार-बार
हिचकी आ रही हो तो बस एक गिलास नीबू पानी पी लें। हिचकी से तुरंत आराम मिल जाएगा।
नीबू पानी पीने से मूत्र से संबंधित परेशानियां नहीं होतीं। यह जीवाणुओं को फ्लशकर
देता है। इसके नियमित सेवन से मूत्रवाह संस्थान के संक्रमण को भी कम किया जा सकता
है।
रोजाना
सुबह गरम पानी में नीबू डालकर पीने से शरीर से फैट कम होता है, क्योंकि नीबू विटामिन सी से भरपूर होता
है और इससे शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है। इसी कारण वजन कम होता है। रोज सुबह खाली
पेट गरम पानी में नीबू और शहद डालकर पीने से फायदा होता है।
नीबू
में भरपूर मात्रा में एसकॉर्बिक एसिड होता है, जिससे
जलने, कटने और चोट में फायदा होता है। चोट पर
दो बूंद नीबू का रस डालें। इससे घाव जल्दी भरते हैं। इसके साथ ही एसकॉर्बिक एसिड
हड्डियों, कार्टिलेज और टिश्यू के लिए अच्छा होता
है। बहुत से लोगों को कॉफी और चाय बार-बार पीने की आदत होती है। ऐसे लोगों को नीबू
पानी जरूर पीना चाहिए।
नीबू
पानी शरीर को ऊर्जा देता है, जिससे
चाय या कॉफी की जरूरत नहीं पड़ती। यह आदत धीरे-धीरे जाती है, इसीलिए अपनी खुराक में नीबू शामिलकरें।
इससे चाय-कॉफी पीने की इच्छा कम होती जाती है। बेमौसम होनेवाली कफ और खराश की
समस्या में नीबू फायदेमंद होता है।
नीबू
पानी में शहद मिलाकर पीना चाहिए। शहद और नीबू दोनों में एंटी-बैक्टीरियल तत्त्व
होते हैं, जो बैक्टीरिया और जर्म्स को साफकरते
हैं। नीबू पानी शरीर के इम्यून सिस्टम के लिए बहुत फायदेमंद है। यह एसिडिटी या
गैस्ट्रिक समस्या में पेट को बहुत आराम दिलाता है। साथ ही, पेट को तमाम इन्फेक्शंस से भी बचाता
है।
नीबू
में विटामिन सी और एसकॉरबिक एसिड होता है, जिससे
पेट ठीक रहता है। इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी तत्त्व होते हैं, जो पेट में मौजूद बैक्टीरिया से लड़ते
हैं और सर्दियों में खांसी-जुकाम से बचाते हैं।
नीबू
में ऐसे तत्त्व होते हैं जिनसे डाइजेस्टिव सिस्टव से टॉक्सिंस (विषैले तत्त्व)
खत्म हो जाते हैं, इसीलिए नीबू को अपनी रोजाना की खुराक
में शामिल करना चाहिए।
नीबू
पानी से बदहजमी या पेट से जुड़ी और बीमारियां जैसे मिचली, हार्टबर्न और ब्लोटिंग (पेट में सूजन)
आदि से आराम मिलता है। फैट कम करने में भी नीबू बहुत लाभदायक है। इसके लिए नीबू को
गुनगुने पानी में शहद के साथ लेना चाहिए। नीबू में ऐसे तत्त्व होते हैं, जिससे शरीर खासकर पेट में से विषैले
तत्त्व साफ हो जाते हैं। यह सब नीबू में पाए जानेवाले साइट्रस के कारण होता है।
इससे खून साफ होता है। वहीं, जिन
लोगों को यूरिन से जुड़ी परेशानियां होती हैं, उनके
लिए नीबू बहुत फायदेमंद होता है।
नीबू पित्त, पत्थरी को शरीर से बाहर निकालने में मददकरता है। नीबू विटामिन सी से भरपूर होता है और इसमें कई एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं। यह त्वचा को क्लियर, स्वस्थ और ग्लोइंग बनाता है। इससे चेहरे पर दाग-धब्बे और रिंकल्स कम होते हैं। इसके साथ ही नीबू उम्र स्पॉट्स और स्कार्स को हल्काकरता है। इतना ही नहीं, नीबू पानी चेहरे को फ्रेश बनाए रखता है। ढेरों विटामिन और मिनरल्स होने की वजह से नीबू पानी शरीर की ऊर्जा बूस्टकरने में मददकरता है, क्योंकि साइट्रसवाले (खट्टे फल) सभी फ्रूट्स शरीर और माइंड की ऊर्जा स्तर को बूस्टकरते हैं। इसीलिए अगर लो या स्ट्रेस महसूसकरें, तो नीबू पानी पिएं। इतना ही नहीं, नीबू की खूशबू भी शरीर के नर्वस सिस्टम में पॉजिटिव इन्फलुएंस डालती है, जिससे पूरा शरीर ताजापन अनुभवकरता है।
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