सदाबहार के फूलों और पत्तियों के रस को मुहांसों पर लगाने से कुछ ही दिनों में इनसे निजात मिल जाती है ।
दो फूल को एक कप उबले पानी या बिना शक्कर की उबली चाय में डालकर ढंककर रख दें और फिर इसे ठंडा होने पर रोगी को पिलाएं । ऐसा माना जाता है कि इसका लगातार सेवन मधुमेह में फायदा पहुंचाता है ।
इसकी पत्तियों को तोड़े जाने पर जो दूध निकलता है , उसे घाव पर लगाने से किसी तरह का संक्रमण नहीं होता और घाव जल्दी सूख भी जाता है ।
पत्तियों को तोड़ने पर निकलनेवाले दूध को खाज - खुजली में लगाने पर जल्द आराम मिलने लगता है ।
घर के आंगन , क्यारियों और उद्यानों में उगाए जानेवाला सदाबहार एक औषधीय पौधा है ।
पत्तियों और फूलों को कुचलकर बवासीर होने पर इसे लगाने से तेजी से आराम मिलता है ।
इसकी पत्तियों के रस को ततैया या मधुमक्खी के डंक मारने पर लगाने से बहुत जल्दी आराम मिलता है ।
इसी रस को घाव पर लगाने से घाव भी जल्दी सूखने लगते हैं । त्वचा पर खुजली , लाल निशान या किसी तरह की एलर्जी होने पर पत्तियों के रस को लगाने पर आराम मिलता है ।
त्वचा पर घाव या फोड़े - फुसी हो जाने पर इसकी पत्तियों का रस दूध में मिलाकर लगाते हैं । ऐसाकरने से घाव पक जाता है और जल्द ही मवाद बाहर निकल आता है ।
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